भारत में पारंपरिक वास्तुकला और उसका पर्यावरणीय महत्व
परिचय भारत की पारंपरिक वास्तुकला, जो सदियों पुरानी है, न केवल सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करती है बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी है। प्राचीन समय में बनी इमारतें और संरचनाएँ इस बात का प्रमाण हैं कि हमारे पूर्वजों ने टिकाऊ निर्माण तकनीकों को अपनाया था। राजस्थानी हवेलियाँ, दक्षिण भारतीय मंदिर, केरल के घर, और लद्दाखी … Read more